हमारी कहानी

हम लगभग पिछले 2 दशकों से सक्रिय हैं और इस समयसीमा के भीतर आप सबके अनुरोध पर हमने, अपनी महेनत से अर्जित पैसो पर लोन लेनेवाले/लोन-सिकर्स हेतु में जागरूकता के साथ-साथ उन्हे लोन के संदर्भ विभिन्न जानकारी के बारे में अवगत कराया है, और जागरूकता फैला रहे है, जो एक लालची वित्तीय सलाहकार और एक अज्ञात वित्तीय संस्थान के हाथों फंस गए हो। हमने अत्तित में कई ऋण/लोन चाहने वालों के लिए लोन एवं विविध प्रकार और प्रसार के बारे में, घटनाओ और परामर्श के माध्यम से जागरूकता लानेके कार्यक्रमों का आयोजन किया है, यह एक निशुल्क सेवा है। हम ऐसे गलत हाथों में पड़ने से बचाना चाहते है जहां अबभी वित्तीय संस्थानों और लालची वित्तीय सलाहकार मौजूद हैं और पैसे निकालने के नाम पर निर्दोष ऋण/लोन साधको को कम ब्याज दर(law rate of interest), उच्च पात्रता (high eligibility) आदि से ठग रहे हैं। हमने आज तक 15000+ लोगो को सुविधांए प्रदान कर चुके है और मार्गदर्शित किया है, आजकी तारीख में भी हमारा उदेश्य ग्राहको में जागरूकता फैलाना है जिससे वे संस्थानोंके सही विधि/नियम और विभिन्न वित्तीय दृष्टिकोण एवं विचारधारा से खुद को अवगत करे। ये वही संस्थाएं हैं जो दावा करती हैं कि फाइनेंशियल लोन उत्पादों पर सबसे सस्ता / प्रतिस्पर्धी ब्याज दर दे रही है, जो एक दुख की बात है।

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आपही के पैसो से इन वित्तीय संस्थाओंने लाखों लोगों को मूर्ख बनाने और अरबों कमाने के साथ हमारे देशभर में हजारो –सेंकडो शाखाओं बनाई है और इसी माध्यम से संचालित कर रहे है। अपने कड़ी महेनत से अर्जित करनेवालो को लूटकर खुद को स्मार्ट और सफल ब्रांड बताते है। सभी यह जानते हैं क्योंकि कोई भी संगठन उनके द्वारा अकेले नहीं चल सकता है। कई बुद्धिमान लोगों को उच्च वेतन देकर काम पर रखा गया और जिन्होंने अपने बनाए गए लोन उत्पादों को बेचने के लिए बुरी रणनीति बनाई। बस अपनी बिक्री/सेल्स की संख्या बढ़ाने के लिए और जितना हो सके उतना बाज़ार के पोर्टफोलियो को अपनी जेब में ले कर, सुविधाएं दे कर पुरस्कार प्राप्त करते है और अपने लक्ष्यांक को उच्च बताते है। जनता के कल्याण हेतु इन सलाहकारों ने बदले में जोखिम (Risk lending and higher loan eligibility) और उधार लेने के नाम पर उच्च ब्याज दर लगाया, ऋण/लोन पात्रता, ऋण/लोन आदि में जनादेश बीमा लागू कर निर्दोष लोन-सिकर्सको लूट लिया है। हमने कई बड़े और मझोले व्यापारियों (कॉरपोरेट्स) को देखा है जो दिवालिया हो गए हैं और वित्त बाजार में अराजकता और खतरे का कारण बन गए है। यह वही प्रसिद्ध वित्तीय संस्थान है जिन्होंने करोड़ो लोन-सिकर्स/ ऋण चाहनवालोमें श्रद्धा और विश्वास अर्जित कर, योग्य पेशेवर द्वारा चलाये गए थे जिनका आज कोई अत्तापता नहीं या दुर्भाग्य से शायद ही कोई ट्रेस हो। प्राचीन समय में विदेशी शासकों ने कई बार आक्रमण किया, भारत और भारत के निर्दोष लोगों को लूटा एवं जहां से आये थे वही ख़ुशी ख़ुशी लौट चुके। अफसोस की बात है कि यह प्रथा आज भी मौजूद है, लेकिन अब यह स्थानीय या आंतरिक स्रोतों द्वारा चलाया जाता है ताकि वे ग्राहकों को अँधेरे में रखकर अधिकसे अधिक मुनाफा अर्जित कर रहे है और हम इससे अनजान हैं।